रेवाड़ी। दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित गांव बनीपुर के समीप फैक्ट्रियों से निकलने वाले रसायन युक्त पानी को पीने से 20 गोवंशी की मौत हो गई। इस जहरीले पानी को पीने के बाद 100 कदम चलते ही गोवंशी सड़क पर ही तड़पने लगे। चारवाहे मनीष ने गांव के लोगों से मदद मांगी।

इसके बाद बावल और रेवाड़ी से पशु चिकित्सकों को बुलाया गया। लेकिन गोवंशी की जान नहीं बच सकी। शनिवार सुबह गौरक्षकों और चारवाहे ने मृत गोवंशी को फैक्ट्रियों के बाहर रख रोष जताया।

सूचना के बाद मौके पर पहुंची कसौला थाना पुलिस गौरक्षक और ग्रामीणों को समझाने में लगी हुई है। गोवंशी की मौत के मामले में गौरक्षक और चारवाहे की तरफ से कसौला थाना में शिकायत भी दी गई है।

गांव खेड़ा मुरार के रहने वाले मनीष ने बताया कि उसके पास 50 से ज्यादा गोवंशी है। इन गोवंशी को वह शुक्रवार को जंगल में लेकर गया था। शाम के समय वापस लौटते वक्त बनीपुर गांव की अनुसूचित जाति की बस्ती के समीप सड़क के एक तरफ पानी भरा हुआ था।

रास्ते में चलते वक्त कुछ गोवंशी पानी पीने के लिए रुक गए। इसके बाद जैसे ही गोवंशी आगे बढ़ तो कुछ गोवंशी सड़क पर ही तड़पने लगे। यह देख उसने गांव के लोगों से मदद मांगी। इसके बाद ग्रामीणों के अलावा गौरक्षक भी मौके पर पहुंच गए। पशु चिकित्सकों को मौके पर बुलाया गया।

चिकित्सकों ने गोवंशी को बचाने की कोशिश भी की लेकिन 20 गोवंशी की मौत हो गई। गांव बनीपुर के सरपंच पवन ने बताया कि उनके गांव के आसपास काफी फैक्ट्री है। इन फैक्ट्रियों से रसायन युक्त पानी निकलता है, जिससे बगैर ट्रीट किए ही गांव के बाहरी एरिया में खाली जगह पर छोड़ दिया जाता है।

गोवंशी की मौत भी इसी रसायन युक्त पानी को पीने की वजह से हुई है। शनिवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण और गौ रक्षकों जुटे और मृत गोवंशी को बनीपुर गांव में ही स्थित लुमैक्स कंपनी के गेट पर रख दिया। सूचना के बाद मौके पर कसौला थाना प्रभारी शिवचरण के अलावा भारी पुलिसबल तैनात किया गया है।