UP में तांत्रिक का कहर: किशोर की गला दबाकर हत्या, तीन महीने पहले भी ली थी एक मासूम की जान

मेरठ : उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। सरधना थाना इलाके के गांव नवाबगढ़ी में तांत्रिक असद ने गुरुवार को पड़ोस में रहने वाले उवैश (14) को घर से बुलाया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। शव खाली पड़े जर्जर मकान में फेंक दिया। पुलिस जांच में जुटी तो खुलासा हुआ कि आरोपी असद ने तीन माह पूर्व गांव के ही रिहान (11) की भी अगवा कर हत्या की थी। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने रिहान के कपड़े और शव के अवशेष बरामद किए हैं। आरोपी ने तंत्र क्रिया के लिए दोनों मासूमों की हत्या की है।
पिता के पास आए पांच लाख की फिरौती का मैसेज
नवाबगढ़ी निवासी उवैश बृहस्पतिवार शाम की नमाज पढ़ने के लिए गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। परिजनों ने काफी तलाश किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसका मोबाइल भी बंद हो गया। उवैश के मोबाइल से पिता शकील के पास पांच लाख की फिरौती का मेसेज आए।
कुछ देर बाद आरोपी ने नंबर बदलकर रुपये ट्रांसफर करने के लिए क्यूआर कोड भेजा। उवैश के पिता ने पांच हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस सर्विलांस टीम के मदद से शनिवार को नई बस्ती के एक जर्जर मकान पर पहुंची तो वहां उवैश का शव मिला।
रिहान की हत्या कर शव खेत में दबाना कबूला
पुलिस ने आरोपी असद को गिरफ्तार कर पूछताछ की। असद ने उवैश और तीन माह पूर्व लापता हुए रिहान की हत्या कर शव खेत में दबाना स्वीकार किया। आरोपी के घर से रिहान के कपड़े भी बरामद हुए।
पुलिस ने शव के कुछ अवशेष आरोपी के बताए खेत से बरामद किए। एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी और उसके पिता इकरामुद्दीन और भाई जुबैर से पूछताछ की जा रही है।
आरोपी ने उवैश और रिहान की हत्या करना स्वीकार किया है। हत्या, अपहरण और सबूत मिटाने की धाराओं में मुकदमा किया गया है। रिहान के शव के अवशेष रविवार को दिन में भी तलाश कर जांच के लिए भेजे जाएंगे।
आरोपी के परिजनों को पीटा, पुलिस से धक्कामुक्की
उवैश की हत्या का खुलासा होते ही परिजनों और ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। शनिवार दोपहर कई लोग असद के घर की ओर कूच कर गए। उस समय आरोपी की मां और बहन मकान की छत पर खड़ी दिखाई दी। जिन्हें देखकर भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने आरोपी के घर पर हमले का प्रयास किया। पुलिस ने भीड़ को शांति बनाए रखने की अपील करते हुए शांत कर दिया।
शाम को रिहान की हत्या का पता चलने पर लोग भड़क गए। उन्होंने आरोपी के घर पहुंचकर उसकी मां और बहन के साथ मारपीट कर दी। पुलिस ने भीड़ को रोकेने का प्रयास किया तो लोगों ने धक्कामुक्की की। इस दौरान कई पुलिसकर्मी गिर भी गए। किसी तरह भीड़ को काबू कर पुलिस ने महिलाओं को घर से निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेजा।
दोनों के लापता होने पर पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता
रिहान और उवैश के लापता होने की सूचना देने के बाद पुलिस ने दोनों ही बार गंभीरता नहीं दिखाई। रिहान 3 अप्रैल को लापता हुआ था। तब उसकी मां फरहाना ने साफ तौर पर तांत्रिक असद पर संदेह जताते हुए पुलिस से कार्रवाई गुहार लगाई थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रिहान को तलाश करने के दौरान असद परिजनों के साथ सबसे पहले खड़ा नजर आता था। अब उवैश की हत्या के बाद जब पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली तो वहां से रिहान के कपड़े और बाल बरामद हुए। इससे साफ हो गया कि तंत्रक्रिया के लिए असद ने रिहान की हत्या कर दी।
प्रेमप्रसंग का मामला बताती रही पुलिस
रिहान की मां ने बताया कि लापता होने से कुछ देर पहले ही असद ने बीस रुपये देकर कुछ सामान मंगवाया था। रिहान के लापता होने के बाद जब आरोपी से परिजनों ने पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया था कि 15 रुपये का सामान मंगवाकर उसने 5 रुपये रिहान को दिए थे। रिहान की जींस की जेब से पुलिस को पांच रुपये भी मिले हैं।
उवैश के पिता ने भी रिहान को आखिरी बार असद के साथ देखने की गवाही दी थी। लेकिन पुलिस ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। उवैश के लापता होने पर पुलिस पहले मामले को प्रेमप्रसंग बताती रही। ग्रामीणों का कहना था कि रिहान के मामले में पुलिस गंभीरता दिखाती तो उवैश की जान बचाई जा सकती थी।