केंद्र सरकार ने घरेलू एयरलाइन इंडिगो से तुर्किये एयरलाइन के साथ विमान लीज को खत्म करने के लिए कहा है. तुर्किये एयरलाइन के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने इंडिगो से कहा कि वो अपनी लीज को तीन महीने के भीतर खत्म करे. इंडिगो एयरलाइन ने वर्तमान में तुर्की एयरलाइंस से वेट लीज के जरिए प्राप्त दो बोइंग 777-300ER विमानों को उड़ाती है. यह लीज 31 मई तक वैध थी.

शॉर्ट टर्म राहत

एयरलाइन ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से व्यवस्था को छह महीने और बढ़ाने के लिए संपर्क किया था, लेकिन एयरलाइन के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया. एक औपचारिक कॉम्युनिकेशन में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने पुष्टि की कि दो तुर्की विमानों के लिए इंडिगो की लीज परमिट 31 मई को समाप्त हो गया. नियामक ने स्पष्ट किया कि मंत्रालय ने विस्तार प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और इसके बजाय शॉर्ट टर्म राहत की पेशकश की है.

3 महीने के भीतर खत्म करनी है लीज

DGCA ने कहा कि पैसेंजर सर्विस में तत्काल व्यवधान से बचने के लिए 31 अगस्त तक अंतिम तीन महीने का विस्तार दिया गया है. साथ ही कहा कि इस विस्तार को किसी भी परिस्थिति में रिन्यू नहीं किया जाएगा. बयान में कहा गया है कि इंडिगो को इन डैम्प-लीज्ड विमानों के लिए 31.08.2025 तक तीन महीने का अंतिम विस्तार दिया गया है, जो एयरलाइन की प्रतिबद्धता पर आधारित है कि वे इस विस्तार अवधि के भीतर तुर्किए एयरलाइंस के साथ डैम्प लीज को समाप्त कर देगी और इन ऑपरेशन के लिए आगे कोई विस्तार की मांग नहीं करेगी. इंडिगो ने तुर्किये एयरलाइंस के साथ कोडशेयर साझेदारी भी बनाए रखी है.

2023 में हुआ था करार

2023 की शुरुआत में, इंडिगो ने तुर्किये एयरलाइंस के साथ एक वेट लीज कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए, ताकि प्रैट एंड व्हिटनी इंजन की समस्याओं के कारण अपने एयरबस A320neo बेड़े के ग्राउंडिंग के कारण होने वाली क्षमता की कमी को दूर किया जा सके. लीज पर दिए गए बोइंग 777, जिनमें से प्रत्येक में 500 यात्री तक बैठ सकते हैं, इंडिगो की अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

एयरलाइन ने नई पॉलिसी के तहत छह महीने के विस्तार का अनुरोध किया था, जिसके तहत एयरलाइनों को शुरुआती छह महीने की अवधि के लिए विमान पट्टे पर देने की अनुमति दी गई थी.

सेलेबी को सरकार ने दिया था झटका

इससे पहले तुर्किये की कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी गई थी. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्किये द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने के चलते ऐसा किया गया. 15 मई को विमानन सुरक्षा नियामक BCAS ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में तुर्किये की कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी थी. यह कदम तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने और पड़ोसी देश में आतंकवादी शिविरों पर भारत के हमलों की निंदा करने के कुछ दिनों बाद उठाया गया था.