4 हजार करोड़ के छिंदवाड़ा कॉम्लेक्स की सीएस ने तलब की रिपोर्ट200 करोड़ से ज्यादा के 38 प्रोजेक्ट की समीक्षा में देरी पर हुए खफा

सीताराम ठाकुर, भोपाल
4 हजार 309 करोड़ के छिंदवाड़ा कॉम्लेक्स में भ्रष्टाचार का मुद्दा तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष बंटी साहू ने उठाया था। इसके बाद वे नकुलनाथ को हराकर छिंदवाड़ा के सांसद चुने गए और इसके बाद से यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब मुख्य सचिव अनुराग जैन ने छिंदवाड़ा कॉम्लेक्स, पार्वती लोअर, गौंड और मां रतनगढ़ सूक्ष्म सिंचाई परियोजना में ठेकेदारों को किए गए भुगतान सहित प्रोजेक्ट की प्रगति की रिपोर्ट तलब की है। इससे जल संसाधन विभाग में हड़कंप मच गया है। मुख्य सचिव ने पिछले दिनों 200 करोड़ से ज्यादा के जितने भी प्रोजेक्ट मप्र में जल संसाधन विभाग के अधीन निर्माणाधीन है, उनकी समीक्षा की थी। इनमें से कई प्रोजेक्ट ऐसे भी है, जिनकी समय-सीमा समाप्त होने पर भी पूर्ण नहीं कराए जा सके हैं। इन सभी बडेÞ प्रोजेक्ट में किस कंपनी को ठेका दिया गया है, उसे अभी तक कितना भुगतान किया है और भुगतान के बदले उसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट क्या है? इसकी डिटेल रिपोर्ट मांगी है। खासकर 4, 309 करोड़ के छिंदवाड़ा कॉम्लेक्स को कमलनाथ सरकार में मंजूरी दी गई थी और इसका ठेका मेसर्स एचईएस मैक्स एवं (जेव्ही) ए ज्वाइंट वेंचर्स के रूप में हैदराबाद की कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी को काम प्रारंभ नहीं करने से पहले ही सरकार ने करीब 1500 करोड़ का एडबांस भुगतान कर दिया था। यह मामला बंटी साहू द्वारा उठाए जाने और ईओडब्ल्यू में शिकायत किए जाने के बावजूद दोषी बडेÞ अधिकारियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। सीएस इसके अलावा पार्वती लोअर, गौंड एवं मां रतनगढ़ सूक्ष्म सिंचाई परियोजना में ठेकेदारों को किए गए भुगतान की भी डिटेल रिपोर्ट मांगी है। क्योंकि इन परियोजना में ठेका लेने वाले ठेकेदारों से जुडेÞ भ्रष्टाचार के मामले विधायकों ने सदन में उठाए थे।
सीएस ने इन परियोजनाओं की समीक्षा की
सीएस ने जिन परियोजनाओं की समीक्षा की थी, उनमें 1004 करोड़ की मोहनपुरा का विस्तार, 263 करोड़ की पेंच माइक्रो सिंचाई, 449 करोड़ की चंदेरी सूक्ष्म सिंचाई परियोजना, 350 करोड़ की नईगढ़ी, नईगढ़ी-2, 327 करोड़, 277 करोड़ की पंचमनगर का ठेका मेसर्स मंटेना कंस्ट्रक्शन हैदराबाद को दिया गया है, जबकि नईगढ़ी का ठेका मेसर्स जेपी एसोसिएटस नोयडा को दिया गया है। 345 करोड़ की रामनगर सूक्ष्म का ठेका मे. जय प्रकाश एसोसिएटस के पास है। इसी तरह 239 करोड़ की त्योथ्र फ्लो स्कीम का ठेका मेसर्स एचईएस इंफ्रा हैदराबाद, घोघरी मध्यम का 271 करोड़ का ठेका मेसर्स करन डेवलपमेंट ग्वालियर, 207 करोड़ की मेंढ़ा मध्यम का ठेका भी करन डेवलपमेंट के पास है। इनमें से कई प्रोजेक्ट जून और दिसंबर तक पूर्ण होनी है, लेकिन उनकी प्रगति रिपोर्ट 70 से 80 प्रतिशत पूर्ण दिखाई गई है।
कई प्रोजेक्ट 40 से 50 फीसदी हुए पूरे
परियोजना का नाम - ठेकेदार - लागत - पूर्ण होगी
पार्वती वृहद परियो. -पीईएल जेव्ही - 630.00 - जुलाई 26
सुठालिया वृहद परियो .- एचईएस - 788.00 - जुलाई 26
कोठा बैराज प्रेशराइज्ड - एचईएस वेंचर -388.64 - जुलाई 26
हनोता वृहद परियो .- टीपीएल पीसीआई - 584.67 - जून 26
बंडा वृहद परियो. - टीपीएल हैदराबाद -1296.71 - दिसंबर
लोअर और नहर - मंटेना मैक्स हैदराबाद -1650.00 -नवंबर
बहुती नहर परियो .- केडीएस जेव्ही- 325.02 - जुलाई
हाटपिपलिया सूक्ष्म - लार्सन एंड टूब्रो - 4813. 26 - जनवरी 28
रिहंद सूक्ष्म वृहद - पीईएल मुंबई - 640.05 - मार्च 26
भन्नी सूक्ष्म वृहद - विजय कुमार मिश्रा - 327.51 - मार्च 26
मुारी बांध माइक्रो - वैंसर एचईएस - 330.01 -मार्च 26
रामपुरा मनासा सूक्ष्म - विंध्या टेलिलिंक - 960.14 - अप्रैल 26
अन्य योजना भी शामिल-लागत करोड़ रुपए में